तेज पत्ते को काफी लम्बे समय से भारतीय खाने में इस्तेमाल किया जाता हैं इसे इंग्लिश में bay leaf भी कहा जाता हैं |
तेज पत्ते को भारत के कई राज्यों में उगाया जाता हैं | जिनमे केरल ,कर्नाटक ,बिहार ,और उतराखंड मुख्य हैं |
भारत में कई जगह तेज पत्ते की खेती की जाती हैं बताया जाता हैं की कुछ समय में ग्लोबल मार्किट में तेज पत्ते की मांग बड़ने वाली हें |
तेज पत्ते को किसी भी प्रकार की मिटटी में उगाया जा सकता हैं लेकिन इसके लिए मिटटी सुखी व काली तथा तेज गुणवत्ता वाली होनी चाहिए |
बुवाई के बाद तेज पत्ते की हलकी सिंचाई करे तथा खेत में साफ -सफाई बनाये रखे ताकि तेज पत्ते का पोंधा सही से उग सके |
बीज रोपाई के बाद जब तेज पत्ते का पोंधा 15 से 20 सेंटीमीटर तक निकाल जाये तभी इसके खेत में लगाना चाहिए |तेज पत्ते की खेती में सिचाई का सही बंदोबस्त होना जरुरी होता हैं
अगर किसी कारण से तेज पत्ते की खेती में कीट लग जाये तो कीटनाशक का प्रयोग करे या फिर नीम के तेल का प्रयोग करे |
तेज पत्ते के पोंधे को पेड़ बनने में 2 से 3 साल का समय लगता हैं इसके बाद ही आप तेज पत्ते की कटाई कर सकते हैं |
अगर आप तेज पत्ते के 50 पोंधो की खेती करते हैं तो आप सालाना 2 लाख से अधिक की कमाई कर सकते हैं |
तेज पत्ते का प्रयोग मुख्य रूप से मसालों में स्वाद लेने के लिए किया जाता हैं मांस ,मछली ,चिकन आदि में मुख्य रूप से इस्तेमाल किया जाता हैं |