स्ट्रॉबेरी फार्मिंग इंडिया जाने स्ट्रॉबेरी की खेती करने के तरीके
स्ट्रॉबेरी फार्मिंग इंडिया जाने स्ट्रॉबेरी की खेती करने के तरीके
विश्वभर में स्ट्रॉबेरी की खेती की जाती है | क्योकि इसका प्रयोग बहुत प्रकार से किया जाता है |
विश्वभर में स्ट्रॉबेरी की खेती की जाती है | क्योकि इसका प्रयोग बहुत प्रकार से किया जाता है |
भारत में स्ट्रॉबेरी की खेती खास कर ठंडे इलाकों और पर्वतीय इलाको में सबसे अधिक की जाती हैं |
भारत में स्ट्रॉबेरी की खेती खास कर ठंडे इलाकों और पर्वतीय इलाको में सबसे अधिक की जाती हैं |
इसके अलावा और भी कर राज्यों में स्ट्रॉबेरी की खेती पर ध्यान देना शुरू कर दिया हैं |
इसके अलावा और भी कर राज्यों में स्ट्रॉबेरी की खेती पर ध्यान देना शुरू कर दिया हैं |
strawberry farming
के लिए अधिकतम तापमान 22 से 25 डिग्री होना ठीक है एवं न्यूनतम 7 से 13 डिग्री अनुकूल माना जाता है |
strawberry farming
के लिए अधिकतम तापमान 22 से 25 डिग्री होना ठीक है एवं न्यूनतम 7 से 13 डिग्री अनुकूल माना जाता है |
स्ट्रॉबेरी की खेती शुरू करने से पहले आपको अपनी मिटटी का प्रतिशिक्षण करा लेना उचित रहेंगा
स्ट्रॉबेरी की खेती शुरू करने से पहले आपको अपनी मिटटी का प्रतिशिक्षण करा लेना उचित रहेंगा
आप सही समय पर पोंधो की रोपाई के बारे में सोंचे स्ट्रॉबेरी को नर्म एवं ठंडा जलवायु अधिक पसंद हैं
आप सही समय पर पोंधो की रोपाई के बारे में सोंचे स्ट्रॉबेरी को नर्म एवं ठंडा जलवायु अधिक पसंद हैं
स्ट्रॉबेरी के एक पोंधे से एक मोसम में 500 से 600 ग्राम फल प्राप्त किये जा सकते है
स्ट्रॉबेरी के एक पोंधे से एक मोसम में 500 से 600 ग्राम फल प्राप्त किये जा सकते है
एक एकड़ खेत में स्ट्रॉबेरी से 8 से 10 टन का उत्पादन ले सकते है
एक एकड़ खेत में स्ट्रॉबेरी से 8 से 10 टन का उत्पादन ले सकते है
स्ट्रॉबेरी फार्मिंग की पूरी जानकारी के बारे में जाने
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